मंदिरों की नगरी वृंदावन में एक विशाल मंदिर आकार ले रहा है, जो निर्माण पूरा हो जाने के बाद दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर होगा. करीब 65 एकड़ क्षेत्र में बनने वाला यह चंद्रोदय मंदिर, जिसमें साढ़े पांच एकड़ में तो सिर्फ मंदिर परिसर ही बन रहा है, कुतबुमीनार से तीन गुना यानि करीब 210 मीटर , 70 मंजिला इमारत की ऊंचाई के बराबर, ऊंचा होगा और इसके निर्माण पर 700 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इसके 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है.
सत्तर मंजिला यह मंदिर इस तरह से डिजाइन किया गया है कि 170 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाला तूफान भी इसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता. 18 एकड़ में एक दर्जन तरह के जंगल और कृत्रिम यमुना का प्रवाह इसके सौंदर्य में चार चाँद लगाएंगे. इसके लिए इतनी बड़ी पार्किंग बन रही है जिसमें 4500 कारें खड़ी हो सकेंगी.
माना जा रहा है कि कला और विज्ञान का अनूठा नमूना चंद्रोदय मंदिर जमीन पर चांद की प्रतिकृति जैसा होगा और भारतीय आध्यामिक वैभव को विश्व के सामने उभारकर प्रस्तुत करने का एक बड़ा केंद्र बनेगा. मंदिर की अवधारणा इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कंससनेस (इस्कॉन) ने तैयार की है.

